रुड़की राव सरवर साबरी
पिरान कलियर दरगाह साबिर पाक के सालाना उर्स को प्रशासन ने कोविड नियमों के अनुसार संपन्न करने का निर्णय लिया है और प्रशासन ने नियमों का पालन करते हुए ज़ायरीनों को उर्स में शामिल होने की सख्त हिदायत दी। लेकिन हकीकत कुछ और है जहां मेहंदी डोरी रस्म में ज़ायरीनों ने कोविड नियमों को उल्लंघन किया था वही आज नौचंदी जुमेरात में ज़ायरीनों का जन सैलाब उमड़ा बाजार से लेकर दरगाह शरीफ में ज़ायरीन बिना मास्क और सोशल डिस्टेंसिग घूमते हुए नज़र आए पुलिस प्रशासन ज़ायरीनों की भीड़ को नियंत्रित करने में नाकाम साबित हो रहा है। अभी से पुलिस प्रशासन ज़ायरीनों से कोविड नियमों का पालन करने में पूरी तरह फैल नज़र आ रहा है तो मुख्य रस्मों में क्या होने वाला है इसका अंदाजा अभी से लगाया जा सकता हैं।
पुलिस प्रशासन की यह लापरवाही स्थानीय लोगों से लेकर बाहर से आने वाले ज़ायरीनों पर भारी पड़ सकती हैं दरगाह शरीक में जाने के लिए लगाई गई ज़ायरीनों की लाइन में ना तो दो गंज दूरी और नहीं मास्क हैं जरूरी नज़र आ रहा है। कोविड जैसे महामारी से किस तरह बचा जा सकता है कलियर उर्स में पुलिस प्रशासन के सभी दावे हवा हवाई साबित हो रहे हैं उर्स की मुख्य रस्मों में कुछ ही दिन शेष है लेकिन प्रशासन की तैयारी अभी तक जीरो नज़र आ रही हैं। आलम अगर यही रहा तो उर्स आने वाले ज़ायरीन से लेकर स्थानीय लोगों भी कोविड जैसी महामारी के शिकार हो सकते हैं। गौरतलब यह है कि पुलिस प्रशासन ने मेहंदी डोरी रस्म में पहुँची भीड़ से भी कोई सबब नहीं लिया और नहीं आज नौचंदी जुमेरात उमड़ी भीड़ से कोई सबब लेना चाहता है। पुलिस के जवान हाथ में लाठी लेकर खड़े तो नज़र आ रहे हैं लेकिन ज़ायरीनों से कोविड नियमों का पालन नहीं करा पा रहे हैं। कलियर उर्स में व्यवस्था इस बार पूरी तरह चरमराई हुई हैं उर्स मेले को लेकर प्रशासन कितना गंभीर है इसका अंदाजा व्यवस्थाओ से लगया जा सकता हैं।